परिचय एक श्रमजीवी पत्रकार का
गद्यकार, सम्पादक और टी.वी.-रेडियो समीक्षक, के. विक्रम राव श्रमपरिचय एक श्रमजीवी पत्रकार का
गद्यकार, सम्पादक और टी.वी.-रेडियो समीक्षक, के. विक्रम राव श्रमजीवी पत्रकारों के मासिक दि वर्किंग जर्नलिस्ट के प्रधान सपरिचय एक श्रमजीवी पत्रकार का
गद्यकार, सम्पादक और टी.वी.-रेडियो समीक्षक, के. विक्रम राव श्रमजीवी पत्रकारों के मासिक दि वर्किंग जर्नलिस्ट के प्रधान सम्पादक हैं। वे वाॅयस आॅफ़ अमेरिका (हिन्दी समाचार प्रभाग, वाशिंगटन) के दक्षिण एशियाई ब्यूरो में संवाददाता रहे। वे 1962 से 1998 तक दैनिक टाइम्स आॅफ़ इण्डिया (मुंबई) में कार्यरत थे। वे भारतीय प्रेस काउंसिल के 1991 से छह वर्षों तक लगातार सदस्य रहे। श्रमजीवी पत्रकारों के लिये भारत सरकार द्वारा 2008 में गठित जस्टिस जी.आर. मजीठिया वेतन बोर्ड (1996) और माणिसाणा वेतन बोर्ड के वे सदस्य थे। प्रेस सूचना ब्यूरो की केन्द्रीय प्रेस मान्यता समिति के भी पाँच वर्षों तक सदस्य थे। भारतीय श्रमजीवी पत्रकार फेडरेशन (IFWJ) के बारहवें राष्ट्रीय अध्यक्ष पुनः निर्वाचित होकर, विक्रम ने अपना तीन वर्षीय कार्यकाल 2010 से आरम्भ किया। तीसरी दुनिया का सबसे बड़ा पत्रकार संगठन IFWJ 28 अक्तूबर, 1950 में स्थापित हुआ था। आज उसके तीस हजार सदस्य 33 राज्यों व केन्द्रशासित इकाइयों में सत्रह भाषाओं के 1,260 से अधिक समाचारपत्रों, संवाद समितियों तथा टी.वी. में कार्यरत हैं। कोलम्बो सम्मेलन में एशियाई पत्रकार यूनियनों के परिसंघ के अध्यक्ष विक्रम राव निर्वाचित हुये हैं।
नई दिल्ली में जन्मे और गांधीजी के सेवाग्राम, चेन्नई, बापटला (आंध्र प्रदेश), नागपुर तथा पटना में शिक्षित, विक्रम राव ने समाजशास्त्र, अंग्रेजी व संस्कृत साहित्य में बी.ए. किया। लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीतिशास्त्र में एम.ए. के बाद उन्होंने स्नातकोत्तर छात्रों को अन्तर्राष्ट्रीय-कानून विषय पढ़ाया। उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा ;प्च्ैद्ध में हो गया था, पर उन्होंने मुम्बई में टाइम्स आॅफ़ इण्डिया में रिपोर्टर होना अधिक पसन्द किया। उनका स्थानान्तरण अहमदाबाद, बड़ौदा, नागपुर, लखनऊ, हैदराबाद, गोवा, शिलंग, गुवाहाटी और भुवनेश्वर किया गया। वे दैनिक इकनामिक टाइम्स, पाक्षिक फि़ल्मफेयर और साप्ताहिक इलस्ट्रेटेड वीकली में भी काम कर चुके हैं। विक्रम राव की समाचार रपटों की चर्चा विभिन्न विधान मण्डलों तथा संसद के दोनों सदनों में होती रही हैं। मुरादाबाद, अहमदाबाद और हैदराबाद के साम्प्रदायिक दंगों पर इनकी रपट अपनी वास्तविकता और सत्यता के लिए प्रशंसित हुई। बुन्देलखण्ड और उत्तर गुजरात में अकाल स्थिति पर भेजी इनकी रपटों से सरकारी तथा स्वयंसेवी संगठनों ने तात्कालिक मदद भेजी जिससे कई प्राण बचाये जा सके। वे मुम्बई, हैदराबाद, कोचीन, दिल्ली और अहमदाबाद के पत्रकारिता संस्थानों में रिपोर्टिंग पर व्याख्याता भी हैं। करीब दो सौ दैनिक पत्र-पत्रिकाओं के स्तंम्भकार है। धर्मयुग और दिनमान में लिखते रहे। विक्रम राव की मातृभाषा तेलुगु है। वे मराठी, गुजराती तथा उर्दू भी जानते है।
प्रेस स्वाधीनता के लिए अथक संघर्षशील, विक्रम राव आपात्काल (1976) में 13 माह जेल में रहे, क्योंकि तब आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के उपाध्यक्ष होने के नाते के उन्होंने प्रेस सेंसरशिप का विरोध किया था। पटना में काले बिहार प्रेस बिल के खिलाफ प्रदर्शन करते हुये वे कैद हुये थे। उनके अनवरत प्रयास के परिणाम में पालेकर, बछावत तथा मणिसाना वेतन बोर्डों द्वारा हजारों पत्रकारों को गत वर्षों में अत्यधिक लाभ हुआ है। प्रशिक्षण तथा शैक्षिक यात्रा हेतु विक्रम ने 950 पत्रकारों को अफ्रीका, यूरोप तथा अमरीका भेजा था। विक्रम राव सभी महाद्वीपों के 49 राष्ट्रों, अमरीका, क्यूबा, रूस, चीन, मिस्र, जिम्बांव्वे, ईराक सहित, में आयोजित मीडिया गोष्ठियों मंे भाग ले चुके है।
म्पादक हैं। वे वाॅयस आॅफ़ अमेरिका (परिचय एक श्रमजीवी पत्रकार का
गद्यकार, सम्पादक और टी.वी.-रेडियो समीक्षक, के. विक्रम राव श्रमजीवी पत्रकारों के मासिक दि वर्किंग जर्नलिस्ट के प्रधान स
उनके पिता स्वर्गीय श्री के. रामा राव लखनऊ में जवाहरलाल नेहरू के दैनिक नैशनल हेराल्ड के 1938 में संस्थापक-सम्पादक थे। लाहौर, बम्बई, मद्रास, कोलकता तथा दिल्ली से प्रकाशित कई अंग्रेजी दैनिकों का उन्होंने सम्पादन किया था। उन्हें ब्रिटिश राज ने 1942 में कारावास की सजा दी थी। वे संसद सदस्य थे तथा आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के 1950 में प्रथम उपाध्यक्ष थे। विक्रम के ताऊजी स्वर्गीय के. पुन्नय्या कराची के मशहूर राष्ट्रवादी दैनिक सिंध आब्जर्वर के कई वर्षों तक सम्पादक थे तथा आल-इण्डिया न्यूजपेपर एडिटर्स कान्फ्रेन्स के संस्थापक-सदस्य थे।
आहार में निरामिष और सिगरेट व शराब से सख्त परहेजी, विक्रम राव एक कौटुम्बिक व्यक्ति हैं। उनके दो पुत्र और एक पुत्री है। उनकी पत्नी नई दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज में शिक्षित होकर भारतीय रेल में मुख्य मेडिकल निदेशक थीं।
उनका पता 7 गुलिस्ताँ कालोनी बन्दरियाबाग लखनऊ - 226 001 तथा फोन 0522-2623939, 2235466 Website: ifwj.in E-mail: k.vikramrao@yahoo.co.in Or ifwj.media@gmail.com Or k.vikramrao@gmail.com |
म्पादक हैं। वे वाॅयस आॅफ़ अमेरिका (हिन्दी समाचार प्रभाग, वाशिंगटन) के दक्षिण एशियाई ब्यूरो में संवाददाता रहे। वे 1962 से 1998 तक दैनिक टाइम्स आॅफ़ इण्डिया (मुंबई) में कार्यरत थे। वे भारतीय प्रेस काउंसिल के 1991 से छह वर्षों तक लगातार सदस्य रहे। श्रमजीवी पत्रकारों के लिये भारत सरकार द्वारा 2008 में गठित जस्टिस जी.आर. मजीठिया वेतन बोर्ड (1996) और माणिसाणा वेतन बोर्ड के वे सदस्य थे। प्रेस सूचना ब्यूरो की केन्द्रीय प्रेस मान्यता समिति के भी पाँच वर्षों तक सदस्य थे। भारतीय श्रमजीवी पत्रकार फेडरेशन (I FWJ) के बारहवें राष्ट्रीय अध्यक्ष पुनः निर्वाचित होकर, विक्रम ने अपना तीन वर्षीय कार्यकाल 2010 से आरम्भ किया। ती
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